HMPV | new virus China | virus in India

HMPV | new virus China | virus in India

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HMPV वायरस ने वैश्विक स्तर पर चिंता बढ़ा दी है, और चीन में इसकी वजह से स्थिति गंभीर हो गई है। वुहान में बढ़ते संक्रमण के चलते स्कूल बंद कर दिए गए हैं। यह कदम बच्चों में संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों को ध्यान में रखकर उठाया गया है।

WHO की चिंता

HMPV वायरस के मामलों में बढ़ोतरी से WHO भी सतर्क है। उसने चीन से इस वायरस से जुड़ी पूरी जानकारी मांगी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, वुहान में पिछले 10 दिनों में HMPV के मामलों में 529% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

भारत में HMPV के मामले

यह वायरस दुनिया के कई देशों में फैल रहा है, जिनमें भारत, मलेशिया, जापान, कज़ाकिस्तान और ब्रिटेन शामिल हैं। भारत में अब तक 5 राज्यों में 8 मामले दर्ज किए गए हैं। महाराष्ट्र में 2 मामले सामने आए हैं, जिनमें नागपुर में 13 वर्षीय लड़की और 7 वर्षीय लड़का संक्रमित पाए गए हैं। इसके अलावा, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात और पश्चिम बंगाल में भी संक्रमण के मामले सामने आए हैं। केंद्र सरकार इस स्थिति को लेकर सतर्क है।

केंद्र सरकार की तैयारी

केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को इन्फ्लुएंजा जैसे लक्षणों पर नजर रखने और HMPV से बचाव के उपायों पर जागरूकता फैलाने के निर्देश दिए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ डिजिटल बैठक कर तैयारियों का जायजा लिया।

HMPV क्या है?

ह्यूमन मेटाप्युमोवायरस (HMPV) एक सामान्य श्वसन वायरस है, जो किसी भी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकता है। यह कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले बच्चों और बुजुर्गों के लिए अधिक खतरनाक साबित हो सकता है। संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से यह तेजी से फैलता है।

HMPV के लक्षण

CDC के अनुसार, इस वायरस के सामान्य लक्षणों में खांसी, गले में खराश, नाक बहना या बंद होना, सांस लेने में कठिनाई, सिरदर्द, थकान, ठंड लगना और बुखार शामिल हैं।

HMPV से बचाव के उपाय

  • घर से बाहर मास्क पहनें।
  • बार-बार हाथ धोएं और संक्रमण से बचने के लिए साफ-सफाई का ध्यान रखें।
  • संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें।
  • भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
  • प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करें।
  • डॉक्टर की सलाह के बिना दवा न लें।

वर्तमान में HMPV वायरस के लिए कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है, इसलिए सतर्कता और सावधानी ही बचाव का सबसे अच्छा तरीका है।

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