PM Modi Speech on 15th August

PM Modi Speech on 15th August

 

15th August PM Modi Speech

हर साल की तरह इस बार भी 15 अगस्त 2025 के दिन भारत ने अपने स्वतंत्रता दिवस को बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाया। दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किला से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित किया। उनका भाषण न केवल ऐतिहासिक था, बल्कि भारत की भविष्य की दिशा और विकास के नए दृष्टिकोण को भी प्रस्तुत करता है। इस ब्लॉग में उनके संबोधन के सभी प्रमुख बिंदुओं को विस्तार से, आम लोगों की भाषा में, और पूरी तरह मौलिक शैली के साथ प्रस्तुत किया गया है।


प्रस्तावना

स्वतंत्रता दिवस केवल एक जश्न नहीं है, बल्कि यह हमारी आज़ादी की लड़ाई की याद दिलाता है, उनकी कुर्बानी की प्रेरणा देता है जिन्होंने हमें स्वतंत्र भारत दिलाया। हर वर्ष पीएम मोदी का भाषण देश की दिशा, भविष्य, राजनीति, संस्कृति, विज्ञान, युवा शक्ति, महिला सशक्तिकरण और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों से भरा होता है। 2025 के भाषण में उन्होंने 'विकसित भारत 2047' का विजन भी साझा किया।


भाषण के मुख्य और विस्तार से वर्णित बिंदु

1. स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि

पीएम मोदी अपनी स्पीच की शुरुआत हमेशा देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करके करते हैं। इस बार उन्होंने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि उनका जीवन, उनके विचार, और उनका समर्पण आज भी देश को एकता और अखंडता की ओर प्रेरित करता है।

"हमें अपने इतिहास को याद रखना ज़रूरी है — यह वर्तमान और भविष्य का पथ प्रदर्शक है।"

2. ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और राष्ट्रीय सुरक्षा

प्रधानमंत्री ने हाल ही में सरकार द्वारा चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र किया। इससे भारत की रक्षा क्षमता और रणनीतिक आत्मनिर्भरता को वैश्विक स्तर पर दर्शाया गया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा का मतलब सिर्फ हथियार या सैन्य शक्ति नहीं बल्कि आत्मनिर्भरता है।

"शांति की बात भी अपनी ताकत के साथ की जाती है। किसी भी खतरे या आतंकी चुनौती को सेना अपने हिसाब से जवाब देगी।"

3. जल समझौता (इंडस वाटर ट्रीटी) और जल कूटनीति

उन्होंने जल समझौतों पर भारत के कड़े और स्पष्ट रुख के बारे में बात की। पीएम मोदी ने कहा कि अब 'किसी भी परिस्थिति में' हमारे किसानों के हितों से समझौता नहीं होगा। जल संसाधनों का प्रबंधन और टिकाऊ विकास अब सरकार की प्राथमिकता है।

4. तकनीकी, विज्ञान और सेमिकंडक्टर चिप्स में आत्मनिर्भरता

देश ने हाल के वर्षों में विज्ञान व तकनीकी क्षेत्र में बड़ी कामयाबी पाई है। पीएम मोदी ने ‘मेड-इन-इंडिया चिप्स’ का उल्लेख किया। यह भारत को उच्च तकनीक के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाएगा — जिससे न केवल डिफेंस और डेली लाइफ बल्कि डिजिटल इंडिया का सपना भी साकार होगा।

5. ऊर्जा क्षेत्र में उपलब्धियां और स्वच्छ ऊर्जा का लक्ष्य

सरकार ने 2025 तक अपनी 50% ऊर्जा जरूरतें रिन्यूएबल स्रोतों से पूरी करने का लक्ष्य तय किया था, जिसे समय से पहले हासिल कर लिया गया। पीएम ने सोलर, न्यूक्लियर, विंड व हाइड्रोजन जैसे ग्रीन एनर्जी के लिए बड़ी योजनाएँ बताई थीं। साथ ही, “समुंदर मंथन” अभियान के जरिए ऑफशोर एनर्जी एक्सप्लोरेशन तथा महत्वपूर्ण खनिजों की खोज का उद्देश्य भी साझा किया।

6. अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियां

प्रधानमंत्री ने मंगलयान जैसे ऐतिहासिक मिशन के साथ-साथ 300 से ज्यादा स्पेस स्टार्टअप्स के बारे में बताया। उन्होंने देश के युवाओं को नई खोजों व वैज्ञानिक प्रयोगों के लिए प्रेरित किया। भारत का अगला लक्ष्य अपना खुद का स्पेस स्टेशन बनाने का है, जिससे अंतरिक्ष विज्ञान में भी आत्मनिर्भरता हासिल हो सके।

7. डिजिटल इंडिया, UPI, और आर्थिक सुधार

उन्होंने UPI प्लेटफ़ॉर्म की सफलता, डिजिटल भुगतान, और MSMEs के लिए किए गए नए सुधारों का जिक्र किया। डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर की मदद से करोड़ों लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिला है। अगले कुछ महीने में जीएसटी व इंकम टैक्स में सुधार आने वाले हैं — जिससे आम आदमी और छोटे व्यापारियों को राहत मिलेगी।

8. महिला सशक्तिकरण

प्रधानमंत्री ने महिला स्व-सहायता समूहों की उपलब्धियों का उल्लेख किया। नारी शक्ति अब देश के हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है — स्टार्टअप से लेकर रक्षा, स्पोर्ट्स से नेतृत्व तक। 'नमो ड्रोन दीदी', ‘लाखपति दीदी’ जैसी योजनाओं ने महिलाओं को नई पहचान दी है।

"जब देश की महिलाएं आगे बढ़ेंगी, तो भारत की तरक्की कोई रोक नहीं सकता।"

 

9. कृषि और किसानों के लिए नई योजनाएं

देश के किसान भारत की आत्मनिर्भरता का असली आधार हैं। पीएम ने किसानों की मेहनत, नई कृषि योजनाएँ, फ़सल रिकॉर्ड, और कृषि निर्यात की बढ़ती ताकत को बताया। 'पीएम धन-धन्या कृषि योजना' जैसी योजनाएं किसानों के लिए स्थायी विकास लाएंगी।

10. सामाजिक समावेश और गरीबों का उत्थान

पिछले दस वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर आए हैं। यह सरकार की सामाजिक योजनाओं का नतीजा है। सभी वर्गों और क्षेत्रों को आगे बढ़ाने के लिए ‘सैचुरेशन अप्रोच’ लागू की जा रही है।


ज्यादा विस्तार में — भाषण के अन्य आयाम

राष्ट्रीय एकता और विविधता

पीएम मोदी ने भाषण में बार-बार भारत की विविधता और एकता का ज़िक्र किया। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि भाषा, धर्म, जाति या क्षेत्र के आधार पर किसी को भी देश की एकता कमजोर करने नहीं दी जाएगी। हमारी संस्कृति की ताकत हमारी विविधता है — यही भारत की असली पहचान है।

युवाओं की भूमिका

युवाओं के लिए खास संदेश था कि उन्हें इनोवेशन, स्टार्टअप्स, डिजिटल प्लेटफॉर्म, कंस्ट्रक्टिव राजनीति, सामाजिक और वैश्विक बदलाव में भागीदारी निभानी चाहिए। 'युवा मैन्युफैक्चरिंग' मिशन के तहत देश के उद्योगों में युवाओं का बड़ा योगदान होगा।

स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत

‘वोकल फॉर लोकल’ — भारत की पहचान बन चुका है। स्वदेशी उत्पाद बनाना अब मजबूरी नहीं, बल्कि गर्व का विषय है। पीएम ने दुकानों के बाहर 'स्वदेशी' बोर्ड लगाने का आग्रह भी किया।

स्वास्थ्य और जीवनशैली

पीएम ने मोटापे के खतरे की तरफ ध्यान दिलाया और कहा कि हर परिवार को खाने के तेल का उपयोग 10% कम करना चाहिए। इसी तरह भारतीय दवाइयों, वैक्सीन और मेडिकल टेक्नोलॉजी में देश को आत्मनिर्भर बनने का आह्वान किया।

कानून और प्रशासनिक सुधार

पिछले कुछ वर्षों में हजारों अप्रासंगिक कानून हटा दिए गए। 280 से ज्यादा पुराने प्रावधान खत्म किए गए। संसद में ‘भारतीय न्याय संहिता’ लाकर न्याय प्रणाली को नागरिकों के अनुरूप सरल और संवेदनशील बनाया गया।

जनजातीय और पिछड़े क्षेत्र

अब रेड कॉरिडोर हरा विकास कॉरिडोर बन चुका है। बस्तर के युवा अब ओलिम्पिक्स तक पहुँच रहे हैं। 150वीं जयंती पर भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जनजातीय वर्गों के लिए विकास की नई शुरुआत हो चुकी है।

शिक्षा, संस्कृति और भाषाई विविधता

ग्यान भारतम महाअभियान से देश की प्राचीन पांडुलिपियों और ज्ञानधरों को डिजिटाइज किया जाएगा। मराठी, असमिया, बांग्ला, पाली और प्राकृत को क्लासिकल भाषा का दर्जा मिला है। भाषाई विविधता से ज्ञान का विस्तार होगा।

ऊर्जा, पानी, और खनिज मिशन

सौर और हाइड्रोजन जैसे ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में पिछले 11 साल में तेज़ प्रगति हुई है। अब देश खुद अपने इस आधारभूत सेक्टर की रिसर्च और उत्पादन में आत्मनिर्भर बन रहा है।


भविष्य का रोडमैप — विकसित भारत 2047

प्रधानमंत्री ने साफ-साफ कहा कि भारत 2047 तक खुद को एक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। इसमें टेक्नोलॉजी, विज्ञान, स्पेस, इंडस्ट्री, स्वास्थ्य, शिक्षा, एनर्जी, सामाजिक न्याय सभी शामिल हैं। उन्होंने नागरिकों से अपील की — "हर भारतीय के प्रयास से ही भारत विकसित बनेगा।"


निष्कर्ष

पीएम मोदी का 79वां स्वतंत्रता दिवस भाषण केवल एक राजनीतिक वक्तव्य नहीं था, बल्कि यह देशवासियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत था। इसमें आत्मनिर्भरता, देशभक्ति, विज्ञान, सामाजिक समावेश, महिला सशक्तिकरण, युवाओं की भागीदारी, स्वदेशी उत्पादों पर जोर, और प्रशासनिक सुधार के विस्तृत पहलू शामिल थे। यह संबोधन हर उस भारतीय के लिए है, जो देश के भविष्य को लेकर आशावान है और अपने योगदान से भारत को विकसित बनाना चाहता है।

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